Original

इमा हि शक्या न बलान् न सेवया न संप्रदानेन न रूप्तवत्तया ।इमा ह्रियन्ते खलु धर्मचर्यया सचेत् प्रहर्षश् चर धर्मम् आदृतः ॥ ६० ॥

Segmented

इमा हि शक्या न बलात् न सेवया न संप्रदानेन न रूपवत्-तया इमा ह्रियन्ते खलु धर्म-चर्यया सचेत् प्रहर्षः चर धर्मम् आदृतः

Analysis

Word Lemma Parse
इमा इदम् pos=n,g=f,c=1,n=p
हि हि pos=i
शक्या शक्य pos=a,g=f,c=1,n=p
pos=i
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
सेवया सेवा pos=n,g=f,c=3,n=s
pos=i
संप्रदानेन सम्प्रदान pos=n,g=n,c=3,n=s
pos=i
रूपवत् रूपवत् pos=a,comp=y
तया ता pos=n,g=f,c=3,n=s
इमा इदम् pos=n,g=f,c=1,n=p
ह्रियन्ते हृ pos=v,p=3,n=p,l=lat
खलु खलु pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
चर्यया चर्या pos=n,g=f,c=3,n=s
सचेत् सचेद् pos=i
प्रहर्षः प्रहर्ष pos=n,g=m,c=1,n=s
चर चर् pos=v,p=2,n=s,l=lot
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
आदृतः आदृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part