सौन्दरनन्दम् — 10.44
Original
Segmented
दीप-प्रभाम् हन्ति यथा अन्धकारे सहस्ररश्मेः उदितस्य दीप्तिः मनुष्य-लोके द्युतिम् अङ्गनानाम् अन्तर्दधाति अप्सरसाम् तथा श्रीः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दीप | दीप | pos=n,comp=y |
प्रभाम् | प्रभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हन्ति | हन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यथा | यथा | pos=i |
अन्धकारे | अन्धकार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सहस्ररश्मेः | सहस्ररश्मि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उदितस्य | उदि | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
दीप्तिः | दीप्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
द्युतिम् | द्युति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अङ्गनानाम् | अङ्गना | pos=n,g=f,c=6,n=p |
अन्तर्दधाति | अन्तर्धा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अप्सरसाम् | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |