ऋतुसंहारम् — 6.20
Original
Segmented
कान्ता-मुख-द्युति-जुः अचिर-उद्गतानाम् शोभाम् पराम् कुरबक-द्रुम-मञ्जरी दृष्ट्वा प्रिये सहृदयस्य भवेत् न कस्य कन्दर्प-बाण-पतन-व्यथितम् हि चेतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कान्ता | कान्ता | pos=n,comp=y |
मुख | मुख | pos=n,comp=y |
द्युति | द्युति | pos=n,comp=y |
जुः | जुष् | pos=a,g=f,c=6,n=p |
अचिर | अचिर | pos=a,comp=y |
उद्गतानाम् | उद्गम् | pos=va,g=f,c=6,n=p,f=part |
शोभाम् | शोभ | pos=a,g=f,c=2,n=s |
पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कुरबक | कुरबक | pos=n,comp=y |
द्रुम | द्रुम | pos=n,comp=y |
मञ्जरी | मञ्जरी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
प्रिये | प्रिय | pos=a,g=f,c=8,n=s |
सहृदयस्य | सहृदय | pos=a,g=m,c=6,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कन्दर्प | कन्दर्प | pos=n,comp=y |
बाण | बाण | pos=n,comp=y |
पतन | पतन | pos=n,comp=y |
व्यथितम् | व्यथ् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
चेतः | चेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |