ऋतुसंहारम् — 5.2
Original
Segmented
निरुद्ध-वातायन-मन्दिर-उदरम् हुताशनो भानुमतो गभस्तयः गुरूणि वासांसि अबलाः सयौवनाः प्रयान्ति काले ऽत्र जनस्य सेव्यताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निरुद्ध | निरुध् | pos=va,comp=y,f=part |
वातायन | वातायन | pos=n,comp=y |
मन्दिर | मन्दिर | pos=n,comp=y |
उदरम् | उदर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हुताशनो | हुताशन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भानुमतो | भानुमन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
गभस्तयः | गभस्ति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गुरूणि | गुरु | pos=a,g=n,c=1,n=p |
वासांसि | वासस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अबलाः | अबला | pos=n,g=f,c=1,n=p |
सयौवनाः | सयौवन | pos=a,g=f,c=1,n=p |
प्रयान्ति | प्रया | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सेव्यताम् | सेव्यता | pos=n,g=f,c=2,n=s |