ऋतुसंहारम् — 5.13
Original
Segmented
कनक-कमल-कान्तैः चारु-ताम्र-अधरोष्ठैः श्रवण-तट-निषक्तैः पाटल-उपान्त-नेत्रैः उषसि वदन-बिम्बैः अंस-संसक्त-केशैः श्रिय इव गृह-मध्ये संस्थिता योषितो ऽद्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
कमल | कमल | pos=n,comp=y |
कान्तैः | कान्त | pos=a,g=m,c=3,n=p |
चारु | चारु | pos=a,comp=y |
ताम्र | ताम्र | pos=a,comp=y |
अधरोष्ठैः | अधरोष्ठ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
श्रवण | श्रवण | pos=n,comp=y |
तट | तट | pos=n,comp=y |
निषक्तैः | निषञ्ज् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
पाटल | पाटल | pos=a,comp=y |
उपान्त | उपान्त | pos=n,comp=y |
नेत्रैः | नेत्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उषसि | उषस् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वदन | वदन | pos=n,comp=y |
बिम्बैः | बिम्ब | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अंस | अंस | pos=n,comp=y |
संसक्त | संसञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
केशैः | केश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
श्रिय | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
इव | इव | pos=i |
गृह | गृह | pos=n,comp=y |
मध्ये | मध्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
संस्थिता | संस्था | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
योषितो | योषित् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
ऽद्य | अद्य | pos=i |