Original

प्ररूढशालीक्षुचयावृतक्षितिं क्वचित्स्थितक्रौञ्चनिनादराजितम् ।प्रकामकामं प्रमदाजनप्रियं वरोरु कालं शिशिराह्वयं शृणु ॥

Segmented

प्ररूढ-शालि-इक्षु-चय-आवृत-क्षितिम् क्वचिद् स्थित-क्रौञ्च-निनाद-राजितम् प्रकाम-कामम् प्रमदाः जन-प्रियम् वर-ऊरु कालम् शिशिर-आह्वयम् शृणु

Analysis

Word Lemma Parse
प्ररूढ प्ररुह् pos=va,comp=y,f=part
शालि शालि pos=n,comp=y
इक्षु इक्षु pos=n,comp=y
चय चय pos=n,comp=y
आवृत आवृ pos=va,comp=y,f=part
क्षितिम् क्षिति pos=n,g=m,c=2,n=s
क्वचिद् क्वचिद् pos=i
स्थित स्था pos=va,comp=y,f=part
क्रौञ्च क्रौञ्च pos=n,comp=y
निनाद निनाद pos=n,comp=y
राजितम् राज् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्रकाम प्रकाम pos=n,comp=y
कामम् काम pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रमदाः प्रमदा pos=n,g=f,c=1,n=p
जन जन pos=n,comp=y
प्रियम् प्रिय pos=a,g=m,c=2,n=s
वर वर pos=a,comp=y
ऊरु ऊरु pos=n,g=f,c=8,n=s
कालम् काल pos=n,g=m,c=2,n=s
शिशिर शिशिर pos=n,comp=y
आह्वयम् आह्वय pos=n,g=m,c=2,n=s
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot