ऋतुसंहारम् — 4.6
Original
Segmented
रति-श्रम-क्षाम-विपाण्डु-वक्त्राः सम्प्राप्त-हर्ष-अभ्युदय तरुण्यः हसन्ति न उच्चैस् दशन-अग्र-भिन्नान् प्रपीड्यमानान् अधरान् अवेक्ष्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रति | रति | pos=n,comp=y |
श्रम | श्रम | pos=n,comp=y |
क्षाम | क्षाम | pos=a,comp=y |
विपाण्डु | विपाण्डु | pos=a,comp=y |
वक्त्राः | वक्त्र | pos=n,g=f,c=1,n=p |
सम्प्राप्त | सम्प्राप् | pos=va,comp=y,f=part |
हर्ष | हर्ष | pos=n,comp=y |
अभ्युदय | अभ्युदय | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तरुण्यः | तरुण | pos=a,g=f,c=1,n=p |
हसन्ति | हस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
उच्चैस् | उच्चैस् | pos=i |
दशन | दशन | pos=n,comp=y |
अग्र | अग्र | pos=n,comp=y |
भिन्नान् | भिद् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
प्रपीड्यमानान् | प्रपीडय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अधरान् | अधर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |