ऋतुसंहारम् — 4.17
Original
Segmented
अन्या प्रियेण परिभुक्तम् अवेक्ष्य गात्रम् हर्ष-अन्विता विरचित-अधर-चारु-शोभा कूर्पासकम् परिदधाति नख-क्षत-अङ्गी व्यालम्बि-नील-ललित-अलक-कुञ्च्-अक्षी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्या | अन्य | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रियेण | प्रिय | pos=a,g=m,c=3,n=s |
परिभुक्तम् | परिभुज् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
गात्रम् | गात्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
हर्ष | हर्ष | pos=n,comp=y |
अन्विता | अन्वित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
विरचित | विरचय् | pos=va,comp=y,f=part |
अधर | अधर | pos=n,comp=y |
चारु | चारु | pos=a,comp=y |
शोभा | शोभा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कूर्पासकम् | कूर्पासक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परिदधाति | परिधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नख | नख | pos=n,comp=y |
क्षत | क्षत | pos=n,comp=y |
अङ्गी | अङ्ग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
व्यालम्बि | व्यालम्बिन् | pos=a,comp=y |
नील | नील | pos=a,comp=y |
ललित | ललित | pos=a,comp=y |
अलक | अलक | pos=n,comp=y |
कुञ्च् | कुञ्च् | pos=va,comp=y,f=part |
अक्षी | अक्ष | pos=a,g=f,c=1,n=s |