ऋतुसंहारम् — 4.16
Original
Segmented
निर्माल्य-दाम परिभुक्त-मनोज्ञ-गन्धम् मूर्ध्नो ऽपनीय घन-नील-शिरोरुह-अन्ताः पीन-उन्नत-स्तन-भर-आनत-गात्र-यष्टी कुर्वन्ति केश-रचनाम् अपराः तरुण्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निर्माल्य | निर्माल्य | pos=n,comp=y |
दाम | दामन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
परिभुक्त | परिभुज् | pos=va,comp=y,f=part |
मनोज्ञ | मनोज्ञ | pos=a,comp=y |
गन्धम् | गन्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मूर्ध्नो | मूर्धन् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऽपनीय | अपनी | pos=vi |
घन | घन | pos=n,comp=y |
नील | नील | pos=a,comp=y |
शिरोरुह | शिरोरुह | pos=n,comp=y |
अन्ताः | अन्त | pos=n,g=f,c=1,n=p |
पीन | पीन | pos=a,comp=y |
उन्नत | उन्नम् | pos=va,comp=y,f=part |
स्तन | स्तन | pos=n,comp=y |
भर | भर | pos=n,comp=y |
आनत | आनम् | pos=va,comp=y,f=part |
गात्र | गात्र | pos=n,comp=y |
यष्टी | यष्टी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
कुर्वन्ति | कृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
केश | केश | pos=n,comp=y |
रचनाम् | रचना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अपराः | अपर | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तरुण्यः | तरुण | pos=a,g=f,c=1,n=p |