ऋतुसंहारम् — 3.5
Original
Segmented
भिन्नाञ्जन-प्रचय-कान्ति नभो मनोज्ञम् बन्धूक-पुष्प-रजसा अरुणिता च भूमिः वप्राः च पक्व-कलम-आवृत-भूमि-भागाः प्रोत्कण्ठयन्ति न मनो भुवि कस्य यूनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भिन्नाञ्जन | भिन्नाञ्जन | pos=n,comp=y |
प्रचय | प्रचय | pos=n,comp=y |
कान्ति | कान्ति | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नभो | नभस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मनोज्ञम् | मनोज्ञ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
बन्धूक | बन्धूक | pos=n,comp=y |
पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
रजसा | रजस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अरुणिता | अरुणित | pos=a,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भूमिः | भूमि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वप्राः | वप्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
पक्व | पक्व | pos=a,comp=y |
कलम | कलम | pos=n,comp=y |
आवृत | आवृ | pos=va,comp=y,f=part |
भूमि | भूमि | pos=n,comp=y |
भागाः | भाग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रोत्कण्ठयन्ति | प्रोत्कण्ठय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यूनः | युवन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |