ऋतुसंहारम् — 3.4
Original
Segmented
व्योम क्वचिद् रजत-शङ्ख-मृणाल-गौरैः त्यक्त-अम्बुभिः लघुतया शतशः प्रयातैः संलक्ष्यते पवन-वेग-चलैः राजा इव चामर-शतैः चामरशतैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्योम | व्योमन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
रजत | रजत | pos=n,comp=y |
शङ्ख | शङ्ख | pos=n,comp=y |
मृणाल | मृणाल | pos=n,comp=y |
गौरैः | गौर | pos=a,g=n,c=3,n=p |
त्यक्त | त्यज् | pos=va,comp=y,f=part |
अम्बुभिः | अम्बु | pos=n,g=n,c=3,n=p |
लघुतया | लघुता | pos=n,g=f,c=3,n=s |
शतशः | शतशस् | pos=i |
प्रयातैः | प्रया | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
संलक्ष्यते | संलक्षय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पवन | पवन | pos=n,comp=y |
वेग | वेग | pos=n,comp=y |
चलैः | चल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
चामर | चामर | pos=n,comp=y |
शतैः | शत | pos=n,g=m,c=3,n=p |
चामरशतैः | उपवीज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |