Original

सदा मनोज्ञं स्वनदुत्सवोत्सुकं विकीर्णविस्तीर्णकलापिशोभितम् ।ससंभ्रमालिङ्गनचुम्बनाकुलं प्रवृत्तनृत्यं कुलमद्य बर्हिणाम् ॥

Segmented

सदा मनोज्ञम् स्वनत् उत्सव-उत्सुकम् विकीर्ण-विस्तीर्ण-कलापि-शोभितम् स संभ्रम-आलिङ्गन-चुम्बन-आकुलम् प्रवृत्त-नृत्यम् कुलम् अद्य बर्हिणाम्

Analysis

Word Lemma Parse
सदा सदा pos=i
मनोज्ञम् मनोज्ञ pos=a,g=n,c=1,n=s
स्वनत् स्वन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
उत्सव उत्सव pos=n,comp=y
उत्सुकम् उत्सुक pos=a,g=n,c=1,n=s
विकीर्ण विकृ pos=va,comp=y,f=part
विस्तीर्ण विस्तृ pos=va,comp=y,f=part
कलापि कलापिन् pos=n,comp=y
शोभितम् शोभय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
संभ्रम सम्भ्रम pos=n,comp=y
आलिङ्गन आलिङ्गन pos=n,comp=y
चुम्बन चुम्बन pos=n,comp=y
आकुलम् आकुल pos=a,g=n,c=1,n=s
प्रवृत्त प्रवृत् pos=va,comp=y,f=part
नृत्यम् नृत्य pos=n,g=n,c=1,n=s
कुलम् कुल pos=n,g=n,c=1,n=s
अद्य अद्य pos=i
बर्हिणाम् बर्हिन् pos=n,g=m,c=6,n=p