ऋतुसंहारम् — 2.26
Original
Segmented
दधति वर-कुचाग्रैः उन्नतैः हार-यष्टिम् प्रतनु-सित-दुकूलानि आयतैः श्रोणि-बिम्बैः नव-जल-कण-सेकात् उद्गताम् रोमराजीम् ललित-वलि-विभङ्गैः मध्यदेशैः च नार्यः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दधति | धा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वर | वर | pos=a,comp=y |
कुचाग्रैः | कुचाग्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उन्नतैः | उन्नम् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
हार | हार | pos=n,comp=y |
यष्टिम् | यष्टि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्रतनु | प्रतनु | pos=a,comp=y |
सित | सित | pos=a,comp=y |
दुकूलानि | दुकूल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
आयतैः | आयम् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
श्रोणि | श्रोणि | pos=n,comp=y |
बिम्बैः | बिम्ब | pos=n,g=m,c=3,n=p |
नव | नव | pos=a,comp=y |
जल | जल | pos=n,comp=y |
कण | कण | pos=n,comp=y |
सेकात् | सेक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
उद्गताम् | उद्गम् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
रोमराजीम् | रोमराजी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ललित | ललित | pos=n,comp=y |
वलि | वलि | pos=n,comp=y |
विभङ्गैः | विभङ्ग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मध्यदेशैः | मध्यदेश | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
नार्यः | नारी | pos=n,g=f,c=1,n=p |