ऋतुसंहारम् — 2.2
Original
Segmented
नितान्त-नीलोत्पल-पत्त्र-कान्तिभिः क्वचित् प्रभिद्-अञ्जन-राशि-संनिभैः क्वचिद् सगर्भ-प्रमदा-स्तन-प्रभा समाचितम् व्योम घनैः समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नितान्त | नितान्त | pos=a,comp=y |
नीलोत्पल | नीलोत्पल | pos=n,comp=y |
पत्त्र | पत्त्र | pos=n,comp=y |
कान्तिभिः | कान्ति | pos=n,g=f,c=3,n=p |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
प्रभिद् | प्रभिद् | pos=va,comp=y,f=part |
अञ्जन | अञ्जन | pos=n,comp=y |
राशि | राशि | pos=n,comp=y |
संनिभैः | संनिभ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
सगर्भ | सगर्भ | pos=a,comp=y |
प्रमदा | प्रमदा | pos=n,comp=y |
स्तन | स्तन | pos=n,comp=y |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
समाचितम् | समाचि | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
व्योम | व्योमन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
घनैः | घन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |