ऋतुसंहारम् — 2.18
Original
Segmented
शिरोरुहैः श्रोणि-तट-अवलम्बिन् कृत-अवतंसैः कुसुमैः सुगन्धिभिः स्तनैः सहारैः वदनैः ससीधुभिः स्त्रियो रतिम् संजनयन्ति कामिनाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शिरोरुहैः | शिरोरुह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
श्रोणि | श्रोणि | pos=n,comp=y |
तट | तट | pos=n,comp=y |
अवलम्बिन् | अवलम्बिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अवतंसैः | अवतंस | pos=n,g=n,c=3,n=p |
कुसुमैः | कुसुम | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सुगन्धिभिः | सुगन्धि | pos=a,g=n,c=3,n=p |
स्तनैः | स्तन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
सहारैः | सहार | pos=a,g=n,c=3,n=p |
वदनैः | वदन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
ससीधुभिः | ससीधु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
स्त्रियो | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
रतिम् | रति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
संजनयन्ति | संजनय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कामिनाम् | कामिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |