ऋतुसंहारम् — 1.5
Original
Segmented
नितान्त-लाक्षा-रस-राग-रञ्जितैः नितम्बिनीनाम् चरणैः सनूपुरैः पदे पदे हंस-रुत-अनुकारिभिः जनस्य चित्तम् क्रियते स मन्मथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नितान्त | नितान्त | pos=a,comp=y |
लाक्षा | लाक्षा | pos=n,comp=y |
रस | रस | pos=n,comp=y |
राग | राग | pos=n,comp=y |
रञ्जितैः | रञ्जय् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
नितम्बिनीनाम् | नितम्बिनी | pos=n,g=f,c=6,n=p |
चरणैः | चरण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सनूपुरैः | सनूपुर | pos=a,g=m,c=3,n=p |
पदे | पद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पदे | पद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हंस | हंस | pos=n,comp=y |
रुत | रुत | pos=n,comp=y |
अनुकारिभिः | अनुकारिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
जनस्य | जन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
चित्तम् | चित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्रियते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | स | pos=i |
मन्मथम् | मन्मथ | pos=n,g=n,c=1,n=s |