ऋतुसंहारम् — 1.15
Original
Segmented
विशुष्क-कण्ठ-उद्गत-सीकर-अम्भस् गभस्तिभिः भानुमतो ऽनुतापिताः प्रवृद्ध-तृष्णा-उपहताः जल-अर्थिनः न दन्तिनः केसरिन् अपि बिभ्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विशुष्क | विशुष्क | pos=a,comp=y |
कण्ठ | कण्ठ | pos=n,comp=y |
उद्गत | उद्गम् | pos=va,comp=y,f=part |
सीकर | सीकर | pos=n,comp=y |
अम्भस् | अम्भस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
गभस्तिभिः | गभस्ति | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भानुमतो | भानुमन्त् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ऽनुतापिताः | अनुतापय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
प्रवृद्ध | प्रवृध् | pos=va,comp=y,f=part |
तृष्णा | तृष्णा | pos=n,comp=y |
उपहताः | उपहन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
जल | जल | pos=n,comp=y |
अर्थिनः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
दन्तिनः | दन्तिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
केसरिन् | केसरिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
बिभ्यति | भी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |