Original

श्रुत्वा तं घोरसंकाशं कुलक्षयमुपस्थितम् ।प्रकृतीस्तु समानीय काञ्चनं च पुरोहितम् ॥ ७ ॥

Segmented

श्रुत्वा तम् घोर-संकाशम् कुल-क्षयम् उपस्थितम् प्रकृतीः तु समानीय काञ्चनम् च पुरोहितम्

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुत्वा श्रु pos=vi
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
घोर घोर pos=a,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=m,c=2,n=s
कुल कुल pos=n,comp=y
क्षयम् क्षय pos=n,g=m,c=2,n=s
उपस्थितम् उपस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
प्रकृतीः प्रकृति pos=n,g=f,c=2,n=p
तु तु pos=i
समानीय समानी pos=vi
काञ्चनम् काञ्चन pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
पुरोहितम् पुरोहित pos=n,g=m,c=2,n=s