रामायणम् — 7.98.6
Original
Segmented
एवम् सर्वम् निवेद्य आशु शत्रुघ्नाय महात्मने विरेमुः ते ततो दूताः त्वर राजन्न् इति ब्रुवन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निवेद्य | निवेदय् | pos=vi |
आशु | आशु | pos=i |
शत्रुघ्नाय | शत्रुघ्न | pos=n,g=m,c=4,n=s |
महात्मने | महात्मन् | pos=a,g=m,c=4,n=s |
विरेमुः | विरम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ततो | ततस् | pos=i |
दूताः | दूत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्वर | त्वर् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
इति | इति | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |