रामायणम् — 7.97.14
Original
Segmented
पौरेषु यदि ते प्रीतिः यदि स्नेहो हि अनुत्तमः स पुत्र-दाराः काकुत्स्थ समम् गच्छाम सत्-पथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पौरेषु | पौर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
यदि | यदि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
स्नेहो | स्नेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अनुत्तमः | अनुत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
दाराः | दार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
काकुत्स्थ | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
समम् | सम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गच्छाम | गम् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
पथम् | पथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |