Original

स त्वं पुरुषशार्दूल त्रैलोक्यस्याभिपालनम् ।लक्ष्मणस्य वधेनाद्य जगत्स्वस्थं कुरुष्व ह ॥ ११ ॥

Segmented

स त्वम् पुरुष-शार्दूल त्रैलोक्यस्य अभिपालनम् लक्ष्मणस्य वधेन अद्य जगत् स्वस्थम् कुरुष्व ह

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
पुरुष पुरुष pos=n,comp=y
शार्दूल शार्दूल pos=n,g=m,c=8,n=s
त्रैलोक्यस्य त्रैलोक्य pos=n,g=n,c=6,n=s
अभिपालनम् अभिपालन pos=n,g=n,c=2,n=s
लक्ष्मणस्य लक्ष्मण pos=n,g=m,c=6,n=s
वधेन वध pos=n,g=m,c=3,n=s
अद्य अद्य pos=i
जगत् जगन्त् pos=n,g=n,c=2,n=s
स्वस्थम् स्वस्थ pos=a,g=n,c=2,n=s
कुरुष्व कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
pos=i