Original

किं कार्यं ब्रूहि भगवन्को वार्थः किं करोम्यहम् ।व्यग्रो हि राघवो ब्रह्मन्मुहूर्तं वा प्रतीक्षताम् ॥ ४ ॥

Segmented

किम् कार्यम् ब्रूहि भगवन् को वा अर्थः किम् करोमि अहम् व्यग्रो हि राघवो ब्रह्मन् मुहूर्तम् वा प्रतीक्षताम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
कार्यम् कार्य pos=n,g=n,c=1,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
भगवन् भगवत् pos=a,g=m,c=8,n=s
को pos=n,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
अर्थः अर्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
करोमि कृ pos=v,p=1,n=s,l=lat
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
व्यग्रो व्यग्र pos=a,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
राघवो राघव pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
मुहूर्तम् मुहूर्त pos=n,g=n,c=2,n=s
वा वा pos=i
प्रतीक्षताम् प्रतीक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lot