रामायणम् — 7.95.17
Original
Segmented
दुःखेन च सु संतप्तः स्मृत्वा तद् घोर-दर्शनम् अवाङ्मुखो दीन-मनाः व्याहर्तुम् न शशाक ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुःखेन | दुःख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
सु | सु | pos=i |
संतप्तः | संतप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्मृत्वा | स्मृ | pos=vi |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाङ्मुखो | अवाङ्मुख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दीन | दीन | pos=a,comp=y |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
व्याहर्तुम् | व्याहृ | pos=vi |
न | न | pos=i |
शशाक | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |