रामायणम् — 7.94.8
Original
Segmented
सो ऽहम् संन्यस्त-भारः हि त्वाम् उपासे जगत्पतिम् रक्षाम् विधत्स्व भूतेषु मम तेजस्करो भवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
संन्यस्त | संन्यस् | pos=va,comp=y,f=part |
भारः | भार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
उपासे | उपास् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
जगत्पतिम् | जगत्पति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रक्षाम् | रक्षा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विधत्स्व | विधा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भूतेषु | भूत | pos=n,g=n,c=7,n=p |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तेजस्करो | तेजस्कर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |