Original

सोऽभिवाद्य महात्मानं साक्षाद्धर्ममिवापरम् ।राघवं भरतः श्रीमान्ब्रह्माणमिव वासवः ॥ १५ ॥

Segmented

सो ऽभिवाद्य महात्मानम् साक्षाद् धर्मम् इव अपरम् राघवम् भरतः श्रीमान् ब्रह्माणम् इव वासवः

Analysis

Word Lemma Parse
सो तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽभिवाद्य अभिवादय् pos=vi
महात्मानम् महात्मन् pos=a,g=m,c=2,n=s
साक्षाद् साक्षात् pos=i
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
अपरम् अपर pos=n,g=m,c=2,n=s
राघवम् राघव pos=n,g=m,c=2,n=s
भरतः भरत pos=n,g=m,c=1,n=s
श्रीमान् श्रीमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
ब्रह्माणम् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
वासवः वासव pos=n,g=m,c=1,n=s