रामायणम् — 7.9.5
Original
Segmented
त्वम् हि सर्व-गुण-उपेता श्रीः स पद्मा इव पुत्रिके प्रत्याख्यानात् च भीतैः त्वम् न वरैः प्रतिगृह्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
उपेता | उपे | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
पद्मा | पद्म | pos=n,g=f,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
पुत्रिके | पुत्रिका | pos=n,g=f,c=8,n=s |
प्रत्याख्यानात् | प्रत्याख्यान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
भीतैः | भी | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
वरैः | वर | pos=n,g=n,c=3,n=p |
प्रतिगृह्यसे | प्रतिग्रह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |