रामायणम् — 7.85.9
Original
Segmented
तेषाम् संवदताम् एवम् श्रोतॄणाम् हर्ष-वर्धनम् गेयम् प्रचक्रतुः तत्र तौ उभौ मुनि-दारकौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
संवदताम् | संवद् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
एवम् | एवम् | pos=i |
श्रोतॄणाम् | श्रोतृ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
हर्ष | हर्ष | pos=n,comp=y |
वर्धनम् | वर्धन | pos=a,g=n,c=2,n=s |
गेयम् | गेय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रचक्रतुः | प्रकृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मुनि | मुनि | pos=n,comp=y |
दारकौ | दारक | pos=n,g=m,c=1,n=d |