Original

यज्ञवाटं महाबाहुर्दृष्ट्वा परममद्भुतम् ।प्रहर्षमतुलं लेभे श्रीमानिति च सोऽब्रवीत् ॥ ३ ॥

Segmented

यज्ञ-वाटम् महा-बाहुः दृष्ट्वा परमम् अद्भुतम् प्रहर्षम् अतुलम् लेभे श्रीमान् इति च सो ऽब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
यज्ञ यज्ञ pos=n,comp=y
वाटम् वाट pos=n,g=m,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहुः बाहु pos=n,g=m,c=1,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
परमम् परम pos=a,g=m,c=2,n=s
अद्भुतम् अद्भुत pos=a,g=m,c=2,n=s
प्रहर्षम् प्रहर्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
अतुलम् अतुल pos=a,g=m,c=2,n=s
लेभे लभ् pos=v,p=3,n=s,l=lit
श्रीमान् श्रीमत् pos=a,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
pos=i
सो तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan