रामायणम् — 7.83.12
Original
Segmented
ये च तत्र महात्मानो मुनयः चिर-जीविन् न अस्मरन् तादृशम् यज्ञम् दान-ओघ-समलंकृतम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
महात्मानो | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
मुनयः | मुनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
जीविन् | जीविन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
अस्मरन् | स्मृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
तादृशम् | तादृश | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यज्ञम् | यज्ञ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दान | दान | pos=n,comp=y |
ओघ | ओघ | pos=n,comp=y |
समलंकृतम् | समलंकृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |