रामायणम् — 7.81.11
Original
Segmented
कर्दमः तु अब्रवीत् वाक्यम् सुत-अर्थम् परमम् हितम् द्विजाः शृणुत मद्-वाक्यम् यत् श्रेयः पार्थिवस्य हि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्दमः | कर्दम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुत | सुत | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
द्विजाः | द्विज | pos=n,g=m,c=8,n=p |
शृणुत | श्रु | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पार्थिवस्य | पार्थिव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |