रामायणम् — 7.71.4
Original
Segmented
तत्र भार्गव-कन्याम् स रूपेण अप्रतिमाम् भुवि विचरन्तीम् वन-उद्देशे दण्डो ऽपश्यद् अनुत्तमाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
भार्गव | भार्गव | pos=n,comp=y |
कन्याम् | कन्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रूपेण | रूप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अप्रतिमाम् | अप्रतिम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
भुवि | भू | pos=n,g=f,c=7,n=s |
विचरन्तीम् | विचर् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
वन | वन | pos=n,comp=y |
उद्देशे | उद्देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दण्डो | दण्ड | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽपश्यद् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अनुत्तमाम् | अनुत्तम | pos=a,g=f,c=2,n=s |