रामायणम् — 7.71.11
Original
Segmented
अन्यथा तु फलम् तुभ्यम् भवेद् घोर-अभिसंहितम् क्रोधेन हि पिता मे ऽसौ त्रैलोक्यम् अपि निर्दहेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्यथा | अन्यथा | pos=i |
तु | तु | pos=i |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तुभ्यम् | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
अभिसंहितम् | अभिसंधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
क्रोधेन | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽसौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्रैलोक्यम् | त्रैलोक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
निर्दहेत् | निर्दह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |