रामायणम् — 7.7.13
Original
Segmented
शार्ङ्ग-चाप-विनिर्मुक्ताः वज्र-तुल्य-आननाः शराः विदार्य तानि रक्षांसि सु पुङ्खाः विविशुः क्षितिम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शार्ङ्ग | शार्ङ्ग | pos=n,comp=y |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
विनिर्मुक्ताः | विनिर्मुच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वज्र | वज्र | pos=n,comp=y |
तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
आननाः | आनन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शराः | शर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विदार्य | विदारय् | pos=vi |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सु | सु | pos=i |
पुङ्खाः | पुङ्ख | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विविशुः | विश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
क्षितिम् | क्षिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |