Original

मया प्रतिगृहीते तु तस्मिन्नाभरणे शुभे ।मानुषः पूर्वको देहो राजर्षेः स ननाश ह ॥ २५ ॥

Segmented

मया प्रतिगृहीते तु तस्मिन्न् आभरणे शुभे मानुषः पूर्वको देहो राजर्षेः स ननाश ह

Analysis

Word Lemma Parse
मया मद् pos=n,g=,c=3,n=s
प्रतिगृहीते प्रतिग्रह् pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part
तु तु pos=i
तस्मिन्न् तद् pos=n,g=n,c=7,n=s
आभरणे आभरण pos=n,g=n,c=7,n=s
शुभे शुभ pos=a,g=n,c=7,n=s
मानुषः मानुष pos=a,g=m,c=1,n=s
पूर्वको पूर्वक pos=a,g=m,c=1,n=s
देहो देह pos=n,g=m,c=1,n=s
राजर्षेः राजर्षि pos=n,g=m,c=6,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ननाश नश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i