Original

इदमाभरणं सौम्य तारणार्थं द्विजोत्तम ।प्रतिगृह्णीष्व ब्रह्मर्षे प्रसादं कर्तुमर्हसि ॥ २३ ॥

Segmented

इदम् आभरणम् सौम्य तारण-अर्थम् द्विजोत्तम प्रतिगृह्णीष्व ब्रह्मर्षे प्रसादम् कर्तुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
आभरणम् आभरण pos=n,g=n,c=2,n=s
सौम्य सौम्य pos=a,g=m,c=8,n=s
तारण तारण pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
द्विजोत्तम द्विजोत्तम pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रतिगृह्णीष्व प्रतिग्रह् pos=v,p=2,n=s,l=lot
ब्रह्मर्षे ब्रह्मर्षि pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रसादम् प्रसाद pos=n,g=m,c=2,n=s
कर्तुम् कृ pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat