रामायणम् — 7.69.12
Original
Segmented
गत्वा त्रिभुवन-श्रेष्ठम् पितामहम् उवाच ह भगवन् ब्रह्म-लोकः ऽयम् क्षुध्-पिपासा-विवर्जितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गत्वा | गम् | pos=vi |
त्रिभुवन | त्रिभुवन | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
पितामहम् | पितामह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
भगवन् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षुध् | क्षुध् | pos=n,comp=y |
पिपासा | पिपासा | pos=n,comp=y |
विवर्जितः | विवर्जय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |