रामायणम् — 7.68.1
Original
Segmented
पुरा त्रेता-युगे हि आसीत् अरण्यम् बहु-विस्तरम् समन्ताद् योजन-शतम् निर्मृगम् पक्षि-वर्जितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पुरा | पुरा | pos=i |
त्रेता | त्रेता | pos=n,comp=y |
युगे | युग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अरण्यम् | अरण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
विस्तरम् | विस्तर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
योजन | योजन | pos=n,comp=y |
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निर्मृगम् | निर्मृग | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
वर्जितम् | वर्जय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |