रामायणम् — 7.66.15
Original
Segmented
कस्याम् योन्याम् तपः-वृद्ध वर्तसे दृढ-विक्रम कौतूहलात् त्वाम् पृच्छामि रामो दाशरथिः हि अहम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कस्याम् | क | pos=n,g=f,c=7,n=s |
योन्याम् | योनि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
वृद्ध | वृध् | pos=va,g=m,c=8,n=s,f=part |
वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
विक्रम | विक्रम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कौतूहलात् | कौतूहल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
पृच्छामि | प्रच्छ् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दाशरथिः | दाशरथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |