रामायणम् — 7.61.38
Original
Segmented
एक-इषु-पातेन भयम् निहत्य लोकत्रयस्य अस्य रघु-प्रवीरः विनिर्बभौ उद्यत-चाप-बाणः तमः प्रणुद्य इव सहस्ररश्मिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एक | एक | pos=n,comp=y |
इषु | इषु | pos=n,comp=y |
पातेन | पात | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निहत्य | निहन् | pos=vi |
लोकत्रयस्य | लोकत्रय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
रघु | रघु | pos=n,comp=y |
प्रवीरः | प्रवीर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनिर्बभौ | विनिर्भा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उद्यत | उद्यम् | pos=va,comp=y,f=part |
चाप | चाप | pos=n,comp=y |
बाणः | बाण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तमः | तमस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रणुद्य | प्रणुद् | pos=vi |
इव | इव | pos=i |
सहस्ररश्मिः | सहस्ररश्मि | pos=n,g=m,c=1,n=s |