रामायणम् — 7.57.34
Original
Segmented
तस्य कल्माषपादस्य यज्ञस्य आयतनम् शुभम् आश्रमस्य समीपे ऽस्मिन् यस्मिन् पृच्छसि राघव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कल्माषपादस्य | कल्माषपाद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आयतनम् | आयतन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
आश्रमस्य | आश्रम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
समीपे | समीप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
पृच्छसि | प्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |