रामायणम् — 7.57.23
Original
Segmented
हविष्यम् स आमिषम् स्वादु यथा भवति भोजनम् तथा कुरुष्व शीघ्रम् वै परितुष्येद् यथा गुरुः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हविष्यम् | हविष्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स | स | pos=i |
आमिषम् | आमिष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्वादु | स्वादु | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भोजनम् | भोजन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
कुरुष्व | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
शीघ्रम् | शीघ्रम् | pos=i |
वै | वै | pos=i |
परितुष्येद् | परितुष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यथा | यथा | pos=i |
गुरुः | गुरु | pos=n,g=m,c=1,n=s |