रामायणम् — 7.56.6
Original
Segmented
न हि अर्थाः तत्र तिष्ठन्ति न दारा न च बान्धवाः सु प्रीतः भृत्य-वर्गः तु यत्र तिष्ठति राघव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अर्थाः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
तिष्ठन्ति | स्था | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
न | न | pos=i |
दारा | दार | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
बान्धवाः | बान्धव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
प्रीतः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भृत्य | भृत्य | pos=n,comp=y |
वर्गः | वर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
यत्र | यत्र | pos=i |
तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राघव | राघव | pos=n,g=m,c=8,n=s |