Original

बलं च सुभृतं वीर हृष्टपुष्टमनुत्तमम् ।संभाष्य संप्रदानेन रञ्जयस्व नरोत्तम ॥ ५ ॥

Segmented

बलम् च सुभृतम् वीर हृष्ट-पुष्टम् अनुत्तमम् सम्भाष्य संप्रदानेन रञ्जयस्व नर-उत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
सुभृतम् सुभृत pos=a,g=n,c=1,n=s
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
हृष्ट हृष् pos=va,comp=y,f=part
पुष्टम् पुष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अनुत्तमम् अनुत्तम pos=a,g=n,c=1,n=s
सम्भाष्य सम्भाष् pos=vi
संप्रदानेन सम्प्रदान pos=n,g=n,c=3,n=s
रञ्जयस्व रञ्जय् pos=v,p=2,n=s,l=lot
नर नर pos=n,comp=y
उत्तम उत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s