रामायणम् — 7.55.4
Original
Segmented
संभारान् अभिषेकस्य आनयध्वम् समाहिताः अद्य एव पुरुष-व्याघ्रम् अभिषेक्ष्यामि दुर्जयम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संभारान् | सम्भार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अभिषेकस्य | अभिषेक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आनयध्वम् | आनी | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
समाहिताः | समाहित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
अद्य | अद्य | pos=i |
एव | एव | pos=i |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
व्याघ्रम् | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिषेक्ष्यामि | अभिषिच् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
दुर्जयम् | दुर्जय | pos=a,g=m,c=2,n=s |