रामायणम् — 7.55.11
Original
Segmented
अदृश्यः सर्व-भूतानाम् तेन अयम् हि शर-उत्तमः सृष्टः क्रोध-अभिभूतेन विनाश-अर्थम् दुरात्मनोः मधु-कैटभयोः वीर विघाते वर्तमानयोः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अदृश्यः | अदृश्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
शर | शर | pos=n,comp=y |
उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सृष्टः | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
अभिभूतेन | अभिभू | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
विनाश | विनाश | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दुरात्मनोः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=d |
मधु | मधु | pos=n,comp=y |
कैटभयोः | कैटभ | pos=n,g=m,c=6,n=d |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विघाते | विघात | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वर्तमानयोः | वृत् | pos=va,g=m,c=6,n=d,f=part |