रामायणम् — 7.54.17
Original
Segmented
शूरः त्वम् कृत-विद्यः च समर्थः संनिवेशने नगरम् मधुना जुष्टम् तथा जनपदान् शुभान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शूरः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
विद्यः | विद्या | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संनिवेशने | संनिवेशन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नगरम् | नगर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मधुना | मधु | pos=n,g=n,c=3,n=s |
जुष्टम् | जुष् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
जनपदान् | जनपद | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शुभान् | शुभ | pos=a,g=m,c=2,n=p |