Original

तत्र तां रजनीमुष्य गोमत्यां रघुनन्दनः ।प्रभाते पुनरुत्थाय लक्ष्मणः प्रययौ तदा ॥ १ ॥

Segmented

तत्र ताम् रजनीम् उष्य गोमत्याम् रघुनन्दनः प्रभाते पुनः उत्थाय लक्ष्मणः प्रययौ तदा

Analysis

Word Lemma Parse
तत्र तत्र pos=i
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
रजनीम् रजनी pos=n,g=f,c=2,n=s
उष्य वस् pos=vi
गोमत्याम् गोमती pos=n,g=f,c=7,n=s
रघुनन्दनः रघुनन्दन pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रभाते प्रभात pos=n,g=n,c=7,n=s
पुनः पुनर् pos=i
उत्थाय उत्था pos=vi
लक्ष्मणः लक्ष्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रययौ प्रया pos=v,p=3,n=s,l=lit
तदा तदा pos=i