रामायणम् — 7.5.13
Original
Segmented
तपसा आराधितः देव यदि नो दिशसे वरम् अजेयाः शत्रु-हन्तारः तथा एव चिर-जीविन् प्रभविष्णवो भवाम इति परस्परम् अनुव्रताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आराधितः | आराधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
देव | देव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
नो | मद् | pos=n,g=,c=4,n=p |
दिशसे | दिश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अजेयाः | अजेय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
हन्तारः | हन्तृ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
चिर | चिर | pos=a,comp=y |
जीविन् | जीविन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रभविष्णवो | प्रभविष्णु | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भवाम | भू | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
इति | इति | pos=i |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अनुव्रताः | अनुव्रत | pos=a,g=m,c=1,n=p |