रामायणम् — 7.48.11
Original
Segmented
आश्रमस्य अविदूरे मे तापसी तपसि स्थिताः ताः त्वा वत्से यथा वत्सम् पालयिष्यन्ति नित्यशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आश्रमस्य | आश्रम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अविदूरे | अविदूर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
तापसी | तापसी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तपसि | तपस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
स्थिताः | स्था | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
ताः | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
वत्से | वत्सा | pos=n,g=f,c=8,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
वत्सम् | वत्स | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पालयिष्यन्ति | पालय् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |