Original

सा कथं ह्याश्रमे सौम्य वत्स्यामि विजनीकृता ।आख्यास्यामि च कस्याहं दुःखं दुःखपरायणा ॥ ६ ॥

Segmented

सा कथम् हि आश्रमे सौम्य वत्स्यामि विजनीकृता आख्यास्यामि च कस्य अहम् दुःखम् दुःख-परायणा

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
कथम् कथम् pos=i
हि हि pos=i
आश्रमे आश्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
सौम्य सौम्य pos=a,g=m,c=8,n=s
वत्स्यामि वस् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
विजनीकृता विजनीकृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
आख्यास्यामि आख्या pos=v,p=1,n=s,l=lrt
pos=i
कस्य pos=n,g=m,c=6,n=s
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=2,n=s
दुःख दुःख pos=n,comp=y
परायणा परायण pos=n,g=f,c=1,n=s