रामायणम् — 7.47.6
Original
Segmented
सा कथम् हि आश्रमे सौम्य वत्स्यामि विजनीकृता आख्यास्यामि च कस्य अहम् दुःखम् दुःख-परायणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सौम्य | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
वत्स्यामि | वस् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
विजनीकृता | विजनीकृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
आख्यास्यामि | आख्या | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
च | च | pos=i |
कस्य | क | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
परायणा | परायण | pos=n,g=f,c=1,n=s |